#इंगलैड में इस्लाम बना दूसरा सबसे बड़ा धर्म
इंग्लैंड में मुस्लिम आबादी बीते वर्षो में बहुत तेजी से बड़ी है और जिसका रिजल्ट अब सामने आने आगे है अब इंग्लैंड में मुस्लिम आबादी दूसरी सबसे बड़ी आबादी बन गयी है अब भी इंगलैंड में मुस्लिम आबादी कुल आबादी की 7 %है और इंग्लैंड की राजधानी लन्दन में इनकी आबादी बढ़ कर 15 प्रतिशत हो गयी है सबबर्स में 22 % ब्लैकबर्न और ब्रैडफर्ड जैसे इलाकों में इनकी आबादी २८ से ४० प्रतिशत तक पहुंच गयी है और इनकी जनसख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है जो इंग्लैंड की सरकर के लिए बड़ी चिंता की बात है।
बारमिघम में -22 %
लैस्टर में -20 %
मैनचेस्टर में 18 %
आज इंग्लैंड के लन्दन शहर का मेयर एक मुस्लिम है ,अब इन गोरो को महसूस होने लगा है की गंगा जमुना का मतलब क्या होता है जो हमेसा भारत को बताते रहते है इससे हम भारतीयों और हमारी सरकारों को कुछ सबक लेनी चाहिए वैसे ही हम जनसंख्या के पीड़ित देश है है हमारी सरका र को नए बिल लेन चाहिए और चीन से कुछ सबक भी लेना चाहिए की हमें अपनी संस्कृति और परम्परा को बचाना चाहिए ;
आज इंग्लैंड में १४० से भी ज्यादा शरिया कोर्ट है और ये शरिया कोर्ट -मुस्लिम आर्बिट्रेशन ट्रायब्यूनल कहलाती है अब इंग्लैंड के मुसलमान इंग्लैंड के कोर्ट में जाने के बजाय अब वे अपने शरिया कोर्ट में जाने पसंद करते है अब वे इंग्लैंड के यूनिवर्सल सिविल कोर्ट को नहीं मानते और अपने शरिया के कानून को इंग्लैंड में चलते है ;
इंग्लैंड जो नासूर महामारी हमारे प्यारे भारत को दे कर गया था अब उसी महामारी की चपेट भी खुद भी आ गया गया है अब देखने की बात है की इंग्लैंड इससे कैसे छुटकारा पता है
2010 से 2011 के बिच इंग्लैंड के मुस्लिमो ने वहा की सरकार से मांग की जहा पर मुस्लिम आबादी अधिक है वहा ब्रिटिश लॉ हटा कर शरिया कानून लागु कर दिया जाये कुछ मुस्लिम झेत्रो में पोस्टर भी लगा दिया गए की ये शरिया दूरा नियंत्रित छेत्र है ;
अगर आज से १५ -२० साल बाद इंग्लैंड में गजवा ये हिन्द के तहत एक दूसरा पाकिस्तान की मांग कर ले तो इंग्लैंड को बहुत बेचैनी नहीं होनी चाहिए
जैसा माउ ंबेटन ने भारत के साथ किया है वैसे उनकी भी रूह काँप जाएगी ;
अब इंग्लैंड में मुस्लिम एयरलाइन्स की शुरुआत भी हो गयी है ये एयरलाइन खास कर मुस्लिमो को यात्रा में छूट देती है और इस एयरलाइन्स में एयरहोस्टेस हिजाब पहने गयी यु कहे पूरा का पुरा शरिया कानून लागु होगा
मुस्लिम पूरी दुनिया में जहा भी या जिस देश में रहे और अगर वे बहुल हुए तो वे वह के सिस्टम और कानून को मैंने से इंकार कर देते है और शरिया कानून की मांग करने लगते है
शरिया में हुदूद का कांसेप्ट है आप सोच रहे होंगे हुदूद क्या है
हुदूद का अर्थ है इस्लामिक दंडविधान ;चोरी करने पर हाथ काट देना।,व्यभिचार (रेप ) करने पर पत्थर मारकर मार डालना ,इतना ही नहीं धर्म परिवर्तन कराने के लिए काफिरो का सर काट देना और उनको यातना देना, काफिरो को गुलाम बनाना और उनको तब तक जिन्दा रखना जब तक वे जाजिया दे और मुस्लिमो की सेवा करे ,ये सब बाकायदा हुदूद के अंदर लिखा गया है;
इंग्लैंडकी हुकूमत इतनी तरक्की क्या इसी दिन देखने के लिए की थी जिसने पुरे विश्व पर राज किया जिसका सूरज आज तक किसी ने बूझा नहीं सका और आज उसके अपने देश से अन्ध्कार और घोर निराशा मिल रही है
इंग्लैंड आज अपने लिबरलिजम की बहुत बड़ी चूका रहा है और आने वाले टाइम में चुकता रहेगा
हमे और ब्रिटेन को जापान चीन और क्यूबा से कुछ सीख लेनी चाहिए
चीन -;चीन में 12 से 15 लाख से अधिक मुस्लिम नहीं है और ये मुस्लिम अधिकतर शिंशियांग प्रान्त में रहते है और यहा के मुसलमानो को लंबी दाढ़ी नह ी रखा सकते ,हिजाब नहीं पहन सकते ,रोजा नहीं रखा सकते और कोई सरकारी सुविधाएं नहीं ले सकते वेलडन चानीज गवर्मेंट ,वेलडन जिंगपिंग
क्यूबा = इस मामले में चीन का भी बाप है क्यूबा में में नाम मात्र की मुस्लिम आबादी है यहा पर मुस्लिम आबादी सिर्फ १० हजार है यहाँ एक भी ममस्जिद नहीं है
अंगोला =अंगोला अफ्रीका का यह सुन्दर और सबसे सुखी और शाअंत देश है क्युकी वह इस्लाम पर पाबन्दी है वह की सरकर इस्लाम को कोई धर्म नहीं मानती वह एक भी मस्जिद नहीं है
नार्वे =नार्वे में अपराध ज्यादा बढ़ रहे थे तो वह की सरकार ने अपराधों को जड़ से समाप्त करने के लिए एक अनोखा तारिका अपनाया वहा की सरकार ने दो हजार शांति प्रिय मुस्लिमो को अपने देश से डिपोर्ट कर दिया और नतीजे आचार्यचकित करने वाले थे अपराधों के दर में ७० प्रतिशत की गिरावट आ गयी
हमे अपनी लिबरल नीद से जागना चाहिए और देखना चाहिए कि उनके प्रिय कम्न्यूनिस्ट देश कैसे इनकी बजा रहे है
हमे भी मिल कर अपने सभ्यता की रच्छा करनी चाहिए हम चाहे सुनामी से मर जाये चाहे भूकम्प से मर जाये चाहे हम भूख प्यास से मर जाये देखा जायेगा लेकिन इस्लाम से नहीं , नहीं तो ये मानवता का अंत कर देंगे
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